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भारतीय संस्कृति की छाँह तले इतने हमारे धर्मों का आदर एवं सम्मान हुआ, वे फले-फूले एवं बढे, आज उसी को असहिष्णुता का कडुआ घूँट पीना पड़ रहा है। धर्मों के संदर्भ में सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म माना जाता है और इस धर्म का आधार है - विवेक। अर्थात जहाँ उचित-अनुचित का भेद है, सही-गलत एवं सनातन धर्म है। उसके बाद यहूदी, जैन, बौद्ध धर्म आदि का स्थान आता है। इसलाम और सिख नए धर्म हैं।

Under the shadow of Indian culture, so much of our religions were respected and respected, they flourished and grew, today they have to drink the bitter sip of intolerance. In the context of religions, Sanatan Dharma is considered to be the oldest religion and the basis of this religion is Vivek. That is, where there is a distinction between right and wrong, there is right and wrong and Sanatan Dharma. After that comes the place of Judaism, Jainism, Buddhism etc. Islam and Sikhism are the new religions.

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वेद ज्ञान

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दिव्ययुग

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  • पहले जानो फिर मानो

    यदि आप ईश्‍वर के बारे में जानकारी चाहते हो तो उसकी बनाई हुई सृष्टि को देखो। ईश्‍वर भौतिक रूप से साकार रूप में किसी के पास नहीं आता। वह तो अपने भीतर ही है। उसकी लीला को देखा और समझा जा सकता है। उदाहरण के लिए आप पानी व्यवस्था को ही देखें तो पता चलेगा कि कितना जबरदस्त उसका प्रबन्ध है। पानी के बिना...

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    ऋषि दयानन्द ने अपना सारा जीवन गुरु को दिए गए वचनों का पालन करने में अर्पित कर दिया। उनका चिन्तन शुद्ध वैदिक था। उन्होंने भ्रम, अंधविश्‍वास व कुरीतियों को दूर करने का सदैव प्रयास किया। उन्होंने सत्यार्थ प्रकाश जैसा अमर ग्रन्थ लिखकर अनेक रूढियों और भ्रान्तियों को दूर किया। इसके अतिरिक्त...

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  • सफल जीवन की इच्छा

    प्रत्येक मनुष्य सफल और सार्थक जीवन तथा आनन्द और प्रसन्नता से भरा जीवन चाहता है। प्रकृति में आनन्द सर्वत्र बिखरा पड़ा है, पर उसे समेटने वाला जो मन होना चाहिए, वह मन हमारे पास नहीं है। भगवान ने हमारे आनन्द के लिए और हमारे जीवन को खुशहाल बनाने के लिये ही सृष्टि की रचना की है। प्रकृति दोनों हाथ फैलाकर...

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